ये tutorial basic information देता है कि electronic components कैसे use किए जाते हैं और solid state circuit design के logic को explain करता है। Semiconductor physics के introduction से शुरू होते हुए, tutorial में resistors, capacitors, inductors, transformers, diodes, और transistors जैसे topics cover किए गए हैं। इन topics के साथ-साथ, इन components से बनने वाले कुछ circuits को भी ELECTRONIC CIRCUITS tutorial में detail में discuss किया गया है।
Atom /परमाणु
यदि किसी वस्तु या पदार्थ का निरंतर विभाजन किया जाए, या तब तक तोडा जाये तो सबसे छोटा भाग (अणु) हमे प्राप्त होगा, उसे ही (Atom) परमाणु कहते हैं। परमाणु को और छोटे हिस्सों में नहीं तोड़ा जा सकता हैं।

- Atom के मेन रूप से के तीन भाग होते है। जिसे Proton, Neutron, And Electron के नाम से जानते है।
- Atom के Center को न्यूक्लिउस (Nucleus) कहते हैं।
- न्यूक्लियस के अंदर प्रोटोन (Proton ) और यूट्रॉन (Neutron) होता है।
- Electron Atom के Side वाले एरिया में होता है।
- सारे इलेक्ट्रान न्यूक्लियस के चारो ओर अपने अपने घेरों( ओरबीट्स) में घूमते है।

- प्रोटोन (Proton ):– प्रोटोन एक पॉजिटिव (+Ve) चार्ज वाला कण है।
- इलेक्ट्रान (Electron) :– इलेक्ट्रान एक नेगेटिव (-Ve) चार्ज का कण हैं।
- न्यूट्रॉन (Neutron) :– 1932 में जे चैडविक ने एक और उप परमाणु कण की खोज की, जिस पर कोई चार्ज तो नहीं था, इसे न्यूट्रॉन नाम दिया गया।
इलेक्ट्रॉन न्यूक्लियस (Nucleus) के चारो और घूमता रहता है। या प्रवाह (Flow) होता रहता है और इस इलेक्ट्रान (Electron) के प्रवाह (Flow) को हम करंट बोलते है । कसी भी Circuit में अगर इलेक्ट्रान (Electron) का प्रवाह हो रहा है तो हम बोलगे circuit में Current का Flow हो रहा है।
The flow of electrons is called current Or Flow of electron is called electricity.
- परमाणु में बहुत खाली स्थान है।
- उसका सारा पॉजिटिव चार्ज और भार परमाणु के मध्य न्यूक्लियस में कैद है।
- सारे इलेक्ट्रान न्यूक्लियस के चारो ओर अपने अपने घरों( ओरबीट्स) में घूमते है। Electron के Flow Path या रास्ता को ओरबीट्स के नाम से जाना जाता है न्यूक्लिउस परमाणु से कई गुना

Types of Current
There are two types of electrical current.
- AC :– Alternating current
- DC:– Direct current
1) AC :– Alternating current:– अल्टरनेटिंग करंट वह करंट होता है जो डायरेक्ट फलो होने की बजाए
साइन वेव में फलो होता है। या हमारे घर में यूज होता है या हमारे घर में आने वाला करंट को भी AC करंट कह सकते है। अल्टरनेटिंग करंट में करंट सीधे फलो नहीं होता है।

Transformer से आने वाला करंट AC करंट होता है।
Symbol Of AC:-

2) DC :– Direct current :– वह करंट जिसमें कोई भी साइकिल ना हो और वह सीधा फ्लो करता नाम से जाना जाता है। बैटरी का करंट इसका सबसे बेस्ट एग्जांपल है।
- आज के सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इसी करंट का यूज किया जाता है।
- Laptop adapter एंड Mobile Charger से आउट होने वाला करंट डीसी करंट ही होता है।
Symbol of DC : –

कौन-सा करंट बेहतर है?
इस सवाल का जवाब इतना सीधा और आसान नहीं है। दोनों ही करंट का प्रयोग आमतौर पर किया जाता है। लेकिन अल्टरनेटिव करंट का प्रयोग अधिक होता है। अल्टरनेटिव करंट का प्रयोग घरों के बिजली सिस्टम में होता है। इसके पीछे एक बड़ा कारण है। दरअसल बिजली प्रोडक्शन प्लांट में जब हाईवोल्टेज बिजली पैदा होती है तो उस बिजली को इतनी हाई वोल्टेज के साथ सीधे घरों तक नहीं भेजा जा सकता है। ऐसे में अल्टरनेटिव करंट से वोल्टेज को तोड़ कर घरों तक पहुंचाया जाता है। अल्टरनेटिव करंट में हाई करंट को तोड़ना आसान होता है। जबकि डायरेक्ट करंट में यह काम मुश्किल होता है। ऐसे में अल्टरनेटिव करंट का प्रयोग घरों में होता है।
Current मुख्य रूप से तीन पार्ट होते है।
- Voltage (V)
- Ampere (A/AMP)
- Watt (W)
1 – Voltage (V) :– Speed or pressure of charge is called Voltage, Or “Volt” is the measure of “electrical pressure” करंट की स्पीड अथवा प्रेशर को वोल्टेज के नाम से जाना जाता है।
Voltage को V से Denote किया जाता है।
Symbol of AC Voltage And DC Voltage :–

How to check voltage with the help of a Multimeter ? मल्टीमीटर की सहायता से वोल्टेज की जाँच कैसे करें?

Step 1 :– सबसे पहले मल्टीमीटर के Red प्रोब को V वाले होल मे और ब्लैक प्रोब को COM
वाले होल में सेट कर ले।
Step 2:– और उसके बाद यह सियोर कर ले की आप AC Volt चेक कर रहे है या DC. यदि आप AC चेक कर रहे है तो मल्टीमीटर के रेंज को AC पर सेट कर ले। और यदि आप DC चेक कर रहे है तो मल्टीमीटर के रेंज को DC पर सेट कर ले।

Note :– जब आप Voltage चेक कर रहे हो तो उस टाइम चेक होने वाले का वोल्टेज मैक्सिमम Volt पता होना चाहिए और उसी के एकॉडिंग ही मल्टीमीटर के रेंज को मैक्सिमम Volt पर सेट करे।
जैसे आप 12 Volt चेक कर रहे है तो मल्टीमीटर को 20 Volt पर सेट कर ले और आप 220 Volt को चेक कर रहे है तो आप मल्टीमीटर को 500 या 700 या 1000 जो भी आप के मल्टीमीटर में Maximum रेंज हो उस पे सेट करे।
लेकिन चेक करने के टाइम रेंज और AC DC Voltage का ध्यान रखना है। AC वोल्टेज को AC रेंज पर ही चेक करना है, और DC वोल्टेज को DC रेंज पर चेक करना है, अन्यथा मल्टीमीटर खराब हो जायेगा ।
2) Ampere (A/AMP):– करंट के अमाउंट को भी एम्पेर कहा जाता हम एम्पीयर कहते हैं। तो जो भी करंट मापा जाएगा उसे हम एम्पेयर यूनिट में ही काउंट करेंगे।
Ampere (A/AMP) को कैसे check करेंगे ? How to Measure Ampere ?
Step 1 :– यदि आप किसी बैटरी का एंपियर चेक करना चाहते है तो सबसे पहले बैटरी का डिटेल देखें (Check The Nameplate On Your Battery Or Breaker To Determine Its Maximum Ampere)
Ampere सीरीज में चेक किया जाता है, और बैटरी एवं डायग्राम अकोडिंग Ampere चेक करें |
Note:– इससे पहले कि आप अपने मल्टीमीटर को सर्किट में Set करें आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि मीटर उस सर्किट से गुजरने वाले Ampere की संख्या के लिए रेट किया
DC Ampere चेक करने के लिए मल्टीमीटर DC Ampere रेंज पे, और AC Ampere चेक करने के लिए मल्टीमीटर को AC Ampere रेंज पे सेट करें। तभी Ampere चेक करें अन्यथा मल्टीमीटर खराब
3) Watt (W) :– वॉट शक्ति की SI व्युत्पन्न इकाई है। यह ऊर्जा के परिवर्तन या रूपान्तरण की दर मापती है। एक वॉट – १ जूल (J) ऊर्जा प्रति सैकण्ड के समकक्ष होती है।
W=VxI = Power
Main Electronics Component Of Our Electronics Circuit,
1. Resistor.
2. Capacitor
3. Coil
4. Transformer
5. Diode
6. Transistor
7. MOSFET.
8. Crystal
9. IC