Crystal एक ऐसा मैटेरियल है जिसका Use Signal, Create करने में, Date and Time को Manage करने में, और Signal, को एंपलीफायर (Boost) करने में किया जाता है। इसका सबसे ज्यादा यूज मोबाइल लैपटॉप और टीवी के सर्किट में किया जाता है।
Real Shape Of Crystal :–

Circuit Symbol of Crystal :–

Denoting Latter OR Crystal :– X, Y,
हमारे Electronics Circuit में जहां भी Boost Signal अथवा Date And Time को मैनेज करने की जरूरत हो, इंटरनेट सिग्नल की जरूरत हो, या मोबाइल में Boost Signal की जरूरत हो तो वहां पर Crystal की
Requirement रिक्वायरमेंट बहुत ही ज्यादा होती है।
हमारे Electronics Circuit में मेन रूप से 2 तरह के Crystal मिलते हैं।
1. Oscillator Crystal
2. RTC Crystal
1. Oscillator Crystal :-
- Oscillator Crystal का Use सिग्नल को Amplify अथवा Boost करने के लिए किया जाता है।
- इस क्रिस्टल को बेसिक क्रिस्टल के नाम से भी जाना जाता है।
- Oscillator Crystal Laptop Desktop Motherboard और मोबाइल, TV सर्किट सभी में पाया जाता है।
- Oscillator Crystal से Boost होने वाले सिग्नल को Oscillation सिग्नल के नाम से भी जाना जाता है।
2. RTC Crystal:– Real Time Clock Crystal :–
RTC क्रिस्टल का मेन काम हमारे Electronics Circuit में Date और Time को मैनेज करके रखना होता है। और इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारा कंप्यूटर सिस्टम और मोबाइल सिस्टम है। जिसे ऑफ करके जब भी ऑन किया जाए तो इसकी टाइम पर्फेक्ट होती है।
Testing Of Crystal :–
क्रिस्टल की टेस्टिंग CRO अथवा DSO मशीन से की जाती है। और Crystal मेघा हॉट्स की होती है, उतनी ही Frequency Show करता है जो इसकी ओके का पहचान है। और मल्टीमीटर से केवल Crystal की Shorting चेक की जाती है। जहां Multimeter में यदि यह दोनों साइड से No Beep No Value आए तो इसे OK माना जाता है।

Crystal In Motherboard Circuit :–
